भोपाल: मध्यप्रदेश बोर्ड के 12वीं परीक्षा परिणाम घोषित, बेटियों का प्रदर्शन शानदार
मध्यप्रदेश बोर्ड ऑफ सेकेंडरी एजुकेशन (MPBSE) ने 6 मई 2025 को 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम की घोषणा की। इस साल 7 लाख 6 हजार छात्र-छात्राओं ने परीक्षा दी, जिसमें से 74.48% छात्र पास हुए। इस साल एक बार फिर बेटियों ने शानदार प्रदर्शन करते हुए टॉप रैंक हासिल की है। सतना की प्रियल द्विवेदी ने 500 में से 492 अंक प्राप्त कर प्रदेश में टॉप किया है।
कौन? क्या? कब? कहां? क्यों? कैसे?
कौन: इस परीक्षा में लाखों छात्र-छात्राएं शामिल हुए थे, जिसमें सतना की प्रियल द्विवेदी ने टॉप किया है।
क्या: 12वीं कक्षा के परिणाम घोषित किए गए हैं जिसमें कुल 74.48% छात्र पास हुए हैं।
कब: परिणाम की घोषणा 6 मई 2025 को की गई।
कहां: परिणाम मध्यप्रदेश शिक्षा बोर्ड द्वारा घोषित किया गया है।
क्यों: इस रिजल्ट को लेकर छात्रों और उनके परिवारों में उत्साह है, विशेषकर बेटियों की सफलता को लेकर।
कैसे: छात्राओं ने अपनी मेहनत और समर्पण से यह सफलता प्राप्त की है, जो उनके भविष्य के लिए एक नई शुरुआत है।
इस बार के परिणाम में देखना यह है कि लड़कियों ने एक बार फिर से ख़ुद को साबित किया है। प्रियल द्विवेदी, जो कि गणित संकाय की छात्रा हैं, ने 98.4 प्रतिशत अंक प्राप्त किए हैं। शिक्षा विभाग के अधिकारी और अन्य प्रबंधन ने सभी सफल छात्रों को शुभकामनाएं दी हैं।
बेटियों का दबदबा जारी
इस साल के परिणाम ने यह दिखा दिया है कि लड़कियों का प्रदर्शन लगातार बढ़ रहा है। जहां एक ओर प्रियल द्विवेदी ने शीर्ष स्थान प्राप्त किया, वहीं दमोह की गार्गी अग्रवाल ने जीव विज्ञान संकाय में पहला स्थान हासिल किया है। उन्होंने अपने माता-पिता और शिक्षकों का आभार जताते हुए कहा कि मोबाइल से दूरी बनाकर रखी जाए तो छात्र सफलता प्राप्त कर सकते हैं।
रतलाम के सेंट मीरा कॉन्वेंट स्कूल की मुस्कान जायसवाल ने कॉमर्स विषय में 484 अंक प्राप्त किए हैं, जिससे वह मेरिट लिस्ट में सातवें स्थान पर हैं। उनके इस प्रदर्शन ने यह साबित किया है कि मेहनत और लगन से किसी भी लक्ष्य को प्राप्त किया जा सकता है।
शिक्षा प्रणाली की सफलता
मध्यप्रदेश में इस बार के परीक्षा परिणाम में जहां लड़कियों ने अपनी श्रेष्ठता साबित की है, वहीं यह भी दर्शाता है कि प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में सुधार हुआ है। शिक्षा अधिकारियों का कहना है कि लगातार बेहतर नतीजों के लिए कई योजनाएं बनाई गई हैं, जिसका असर अब साफ दिखाई दे रहा है।
क्या कहते हैं विशेषज्ञ?
शिक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इन परिणामों से यह साफ है कि प्रदेश की शिक्षा प्रणाली में सकारात्मक बदलाव आया है। विशेषकर लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान देने के कारण उनकी सफलता में वृद्धि हुई है। इससे यह भी पता चलता है कि परिवारों में शिक्षा के प्रति जागरूकता बढ़ी है।
छात्रों के लिए प्रेरणा
इस वर्ष के परिणाम न केवल सफल छात्रों के लिए एक नई शुरुआत हैं, बल्कि उन विद्यार्थियों के लिए भी एक प्रेरणा हैं जो अगले वर्ष परीक्षा देने जा रहे हैं। उनका यह प्रदर्शन यह संदेश देता है कि मेहनत का फल मीठा होता है।
आगे की राह
अब जब परीक्षा परिणाम घोषित हो गए हैं, छात्र-छात्राएं आगे की पढ़ाई की योजना बना सकते हैं। प्रियल द्विवेदी की तरह अन्य छात्रों को भी अपनी रुचियों के अनुसार करियर दिशा चुनने का समय आ गया है। खासकर विज्ञान और गणित के छात्रों के लिए इंजीनियरिंग, मेडिकल और अन्य टेक्निकल कोर्स में दाखिला लेने का यह सही समय है।
सम्बंधित जानकारी
यदि आप मध्यप्रदेश बोर्ड के परिणाम के बारे में और अधिक जानकारी चाहते हैं, तो आप[यहाँ](https://www.mpbse.nic.in/) देख सकते हैं। इसके अतिरिक्त, यदि आप छात्रों और उनके करियर विकल्पों के बारे में अधिक जानना चाहते हैं, तो[हमारी विस्तृत रिपोर्ट](https://www.amarujala.com/education) पढ़ें।
इस प्रकार, मध्यप्रदेश के 12वीं कक्षा के परीक्षा परिणाम ने यह साबित कर दिया है कि छात्र-छात्राएं मेहनत और समर्पण से किसी भी लक्ष्य को हासिल कर सकते हैं। साथ ही, यह भी खुलासा होता है कि लड़कियों की शिक्षा पर ध्यान देने से सफलता की नई कहानियां लिखी जा रही हैं। छात्र इस सफलता से प्रेरित होकर अपनी शिक्षा की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
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