ऑपरेशन सिंदूर : भारत के वीरों की बहादुरी को सलाम: स्वतंत्रता दिवस पर होगा विशेष सम्मान समारोह
इस स्वतंत्रता दिवस पर देश के बहादुर जवानों को विशेष सम्मान दिया जाएगा। केंद्र सरकार ने 79वें स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर वीरता, साहस और कर्तव्यनिष्ठा के लिए 16 सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ) के जवानों को गैलेंट्री मेडल देने की घोषणा की है। ये सभी जवान ‘ऑपरेशन सिंदूर’ में शामिल थे, जो पाकिस्तान के खिलाफ चलाया गया था। इस ऑपरेशन के दौरान इन जवानों ने दुश्मन की तकनीकी सुविधाओं को नष्ट करने और उनके हमलों को नाकाम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
कौन, क्या, कहां, कब, क्यों और कैसे?
इस विशेष समारोह में सम्मानित होने वाले जवानों में वो सभी शामिल हैं जिन्होंने पाकिस्तान के खिलाफ ऑपरेशन सिंदूर के दौरान अदम्य साहस और सूझबूझ का परिचय दिया। यह ऑपरेशन भारत-पाकिस्तान सीमा पर हुआ था, जिसमें इन जवानों ने दुश्मन के निगरानी कैमरे और ड्रोन हमलों को नाकाम किया। यह ऑपरेशन हाल ही में एक सफल अभियान के रूप में उभरा है।
ऑपरेशन सिंदूर के तहत, बीएसएफ ने भारत की 2,290 किलोमीटर लंबी पाकिस्तान सीमा की रक्षा करते हुए पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ कार्रवाई की। इस ऑपरेशन में शामिल जवानों ने न केवल अपनी जान की परवाह किए बिना अपने कर्तव्यों का पालन किया, बल्कि उन्होंने अपने साहस और शौर्य से देश की सुरक्षा में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
इस सम्मान में 16 बीएसएफ जवानों को गैलेंट्री अवॉर्ड दिए जाएंगे, जो उनके शानदार कार्यों को मान्यता देता है। यह समारोह स्वतंत्रता दिवस की पूर्व संध्या पर आयोजित किया जाएगा और इसमें कई अन्य सम्मान भी दिए जाएंगे।
डीजी ऑपरेशन को मिलेगा सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक
उत्तरी सेना के कमांडर लेफ्टिनेंट जनरल प्रतीक शर्मा और सैन्य अभियान महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल राजीव घई को भी ऑपरेशन सिंदूर में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका के लिए सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इन जनरलों ने पाकिस्तान स्थित आतंकवादी समूहों के खिलाफ सफल सैन्य कार्रवाई को सुनिश्चित किया।
जैसे की रिपोर्ट के अनुसार[ANI](https://www.ani.com), भारतीय सैनिकों ने भारतीय नागरिकों और सैन्य ठिकानों पर हुए हमलों को विफल करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। यह अभियान ना केवल सटीकता से संचालित किया गया, बल्कि इसकी योजना भी अत्यधिक बौद्धिक थी, जिससे जवानों ने दुश्मन के प्रत्येक कदम का मुहंतोड़ जवाब दिया।
वायुसेना के अधिकारियों को भी मिलेगा सम्मान
ऑपरेशन सिंदूर के लिए भारतीय वायु सेना के चार अधिकारियों को भी सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इनमें वाइस चीफ ऑफ एयर स्टाफ एयर मार्शल नरनादेश्वर तिवारी, वेस्टर्न एयर कमांडर एयर मार्शल जीतेंद्र मिश्रा और डीजी एयर ऑपरेशंस एयर मार्शल अवधेश भारती शामिल हैं।
भारतीय सेना के चार अधिकारियों को कीर्ति चक्र और आठ अन्य अधिकारियों को शौर्य चक्र से सम्मानित किया जाएगा। इस सम्मान का उद्देश्य उन जवानों को प्रोत्साहित करना है जिन्होंने देश की सुरक्षा के लिए अपने जीवन की आहुति देने का साहस दिखाया।
नौसेना के अधिकारियों का भी सम्मान
ऑपरेशन सिंदूर में अपनी भूमिका के लिए पूर्व पश्चिमी नौसेना कमांडर वाइस एडमिरल एसजे सिंह को सर्वोत्तम युद्ध सेवा पदक से सम्मानित किया जाएगा। इसके अतिरिक्त, नौसेना उप प्रमुख वाइस एडमिरल तरुण सोबती को उत्तम युद्ध सेवा पदक से अलंकृत किया जाएगा।
इससे पहले, स्वतंत्रता दिवस पर महानिदेशक नौसेना ऑपरेशन वाइस एडमिरल एएन प्रमोद को भी युद्ध सेवा पदक दिया जाएगा। यह सम्मान उन सभी अधिकारियों को दिया जा रहा है जिन्होंने अपनी जिम्मेदारियों को बखूबी निभाया है।
सुरक्षा बलों की भूमिका
सुरक्षा बलों की यह बहादुरी और सजगता न केवल देश की सीमाओं की रक्षा में महत्वपूर्ण है, बल्कि यह राष्ट्रीय सुरक्षा में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाती है। इनके साहस और समर्पण के कारण ही हम एक सुरक्षित और मजबूत राष्ट्र की दिशा में आगे बढ़ सकते हैं।
हमारे सुरक्षा बलों की ये उपलब्धियां हमें गर्वित करती हैं और हमें उनके प्रति कृतज्ञता ज्ञापित करनी चाहिए। उनके बलिदान और साहस का सम्मान करना हम सभी की जिम्मेदारी है।
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