पाकिस्तान की बौखलाहट: भारत ने हमले को दिया करारा जवाब
भारत-पाकिस्तान सीमा पर एक और बार तनाव बढ़ गया है। 7-8 मई की रात पाकिस्तान ने भारत के तीन सैन्य ठिकानों पर हमले की कोशिश की, लेकिन भारतीय सैन्य बलों की सतर्कता ने इस साजिश को विफल कर दिया। बीकानेर के नाल, बाड़मेर के उत्तरलाई और फलोदी एयरबेस पर ड्रोन और मिसाइल हमले किए गए थे। भारतीय एयर डिफेंस सिस्टम ने इन सभी हमलों को समय रहते नाकाम कर दिया। ग्रामीणों ने बीकानेर में धमाकों की आवाज सुनकर पुलिस को सूचना दी, जिसके बाद पूरे इलाके को सील कर दिया गया।
प्रशासन की ओर से जारी बुलेटिन में बताया गया है कि सीमावर्ती इलाकों में पहले से तैनात S-400 मिसाइल डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान की हर चाल को नाकाम किया। इस घटना के बाद प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है और सुरक्षा उपायों को बढ़ा दिया गया है। सीमावर्ती क्षेत्रों में रात के समय ब्लैकआउट का भी निर्देश जारी किया गया है।
क्या हुआ, कहाँ हुआ, कब हुआ, और क्यों?
7-8 मई की रात, पाकिस्तान ने बीकानेर, बाड़मेर और फलोदी एयरबेस पर हमला करने की कोशिश की। भारतीय सेना और एयर डिफेंस सिस्टम ने सभी हमलों को नाकाम कर दिया। इस घटना को लेकर गृह मंत्रालय ने तुरंत कार्रवाई की और प्रदेश में हाई अलर्ट जारी कर दिया।
इस हमले के पीछे पाकिस्तान की मंसूबों का अंदाजा लगाया जा रहा है, जहां वह अपनी सैन्य शक्ति को प्रदर्शित करना चाहता था। परंतु, भारत की सैन्य चौकसी ने पाकिस्तान के मंसूबों पर पानी फेर दिया।
सुरक्षा उपायों का बढ़ता साया
राजस्थान के गृह मंत्रालय ने प्रदेश में सुरक्षा के मद्देनजर कई निर्देश जारी किए हैं। मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने सीमावर्ती क्षेत्रों की स्थिति का जायजा लेने के बाद निर्णय लिया कि सभी सरकारी और निजी स्कूलों को बंद रखा जाएगा।
बीकानेर, जोधपुर, जैसलमेर और बाड़मेर के स्कूलों में 10 मई तक छुट्टियां घोषित कर दी गई हैं। इसके अलावा, हवाई अड्डों पर भी उड़ानों का परिचालन निलंबित कर दिया गया है। इस संदर्भ में, रेलवे ने भी अपने सभी अधिकारियों और कर्मचारियों की छुट्टियां रद्द कर दी हैं।
सीमा को किया गया सील
राजस्थान में भारत-पाकिस्तान की 1070 किमी लंबी सीमा को पूरी तरह सील कर दिया गया है। वेस्टर्न सेक्टर के एयरबेस पर फाइटर जेट्स की गश्त लगातार जारी है। सीमावर्ती गांवों में पाकिस्तान की सेना की हलचल को देखे जाने की भी खबरें मिल रही हैं।
राज्य की सुरक्षा स्थिति को देखते हुए, आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं को सभी अस्पतालों में सुनिश्चित किया गया है। इसके अलावा, अस्पतालों में आपातकालीन सेवाओं के लिए आवश्यक तैयारी की गई है।
ब्लैकआउट: सुरक्षा का एक और कदम
हाई अलर्ट के तहत, सीमावर्ती क्षेत्रों में रात 12 बजे से सुबह 4 बजे तक ब्लैकआउट का निर्णय लिया गया है। इस संबंध में, जोधपुर, फलोदी, जैसलमेर, बाड़मेर, श्रीगंगानगर और बीकानेर जिलों के सभी स्कूलों और आंगनबाड़ियों में छुट्टियां घोषित की गई हैं।
अधिकारियों ने स्कूलों और कॉलेजों में सुरक्षा व्यवस्था को सुनिश्चित करने के लिए आपातकालीन योजना बनाई है। साथ ही, सोशल मीडिया पर भी निगरानी रखी जा रही है, ताकि भड़काऊ सामग्री का प्रसार न हो सके।
सामाजिक और स्वास्थ्य सुविधाओं का ध्यान
राज्य के स्वास्थ्य विभाग ने सभी अस्पतालों में आवश्यक जीवन रक्षक दवाओं के साथ-साथ रक्त बैंक में सभी ग्रुपों के रक्त के पर्याप्त मात्रा रखने के दिशा-निर्देश जारी किए हैं। साथ ही, नामित अस्पतालों में जनरेटर की व्यवस्था भी सुनिश्चित की गई है।
इसके अलावा, अग्निशमन सेवाओं को सक्रिय मोड में रखा गया है, ताकि किसी भी आपात स्थिति में त्वरित कवायद की जा सके।
इस संदर्भ में और जानकारी के लिए BBC हिंदी पर जाएं।
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