डॉक्टर्स की देशव्यापी हड़ताल आज सोमवार को अपने आठवें दिन में प्रवेश कर चुकी है, जो कोलकाता के आरजी कर मेडिकल कॉलेज में एक महिला डॉक्टर के साथ दुष्कर्म और निर्मम हत्या के विरोध में शुरू हुई थी। आज, एम्स और अन्य प्रमुख अस्पतालों के डॉक्टर्स स्वास्थ्य मंत्रालय के बाहर प्रतीकात्मक रूप से मरीजों का इलाज करेंगे।
रेजिडेंट डॉक्टर्स एसोसिएशन ने प्रेस रिलीज जारी कर इस बारे में जानकारी दी है। प्रेस रिलीज के अनुसार, रेजिडेंट डॉक्टर निर्माण भवन के बाहर लगभग 36 विशेषताओं की ओपीडी सेवाएं प्रदान करेंगे, जिनमें मेडिसिन, सर्जरी, प्रसूति, स्त्री रोग, बाल चिकित्सा, नेत्र रोग और हड्डी रोग शामिल हैं।
अस्पतालों में इमरजेंसी सेवाएं पहले की तरह ही जारी रहेंगी। डॉक्टर्स ने स्पष्ट किया है कि उनकी हड़ताल तब तक जारी रहेगी जब तक उन्हें केंद्रीय सुरक्षा नियमों के माध्यम से अस्पतालों में पर्याप्त सुरक्षा का आश्वासन नहीं मिलता।
रविवार को अखिल भारतीय चिकित्सा संघ महासंघ (FAIMA) के एक प्रतिनिधिमंडल ने स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों से मुलाकात की और एक बार फिर अपनी मांगों को उनके सामने रखा।

