आप के नेता भगवंत मान ने मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद जब पंजाब मुख्यमंत्री के ऑफिस पहुंचे तो उस दौरान उनके पीछे भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की फोटो लगी हुई थी, पर महात्मा गांधी की फोटो नही थी. इसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया है.
आम आदमी पार्टी के नेता भगवंत मान ने 16 मार्च को मुख्यमंत्री के रूप में शपथ लेने के बाद कार्यभार ग्रहण करने के बाद जब पंजाब मुख्यमंत्री के ऑफिस पहुंचे तो उस दौरान उनके पीछे भीमराव अंबेडकर और भगत सिंह की फोटो लगी हुई थी.
लेकिन वहां पर महात्मा गांधी की फोटो नही थी. इसी बात को लेकर विवाद शुरू हो गया है और पंजाब में विपक्ष के नेता लगातार भगवंत मान को निशाने पर ले रहे हैं.
अरविंद केजरीवाल और भगवंत मान ने ऐलान किया था कि सत्ता में आने के बाद मुख्यमंत्री कार्यालय में मुख्यमंत्री, पूर्व मुख्यमंत्री या अन्य किसी की भी तस्वीर नहीं रहेगी. बल्कि उनके कार्यालय में केवल भगत सिंह और भीमराव अंबेडकर की तस्वीर ही रहेगी.
भगवंत मान ने 16 मार्च को मुख्यमंत्री पद की शपथ शहीद भगत सिंह के गांव खटकड़कलां में ली.
चुनाव प्रचार के दौरान ही भगवंत मान ने ऐलान किया था कि सरकारी दफ्तरों में अब सीएम की फोटो नहीं लगेगी. इसकी जगह डॉo अंबेडकर और भगत सिंह की फोटो लगेगी. इसका असर भी पंजाब के सरकारी दफ्तरों में हो चुका है.
सीएम कार्यालय में डॉo अंबेडकर और भगत सिंह के साथ महात्मा गांधी की तस्वीर लगाने की मांग की जा रही है.
सोशल मीडिया पर विरोधी राजनीतिक दल कह रहे हैं कि आम आदमी पार्टी को महात्मा गांधी की तस्वीर लगाने से ऐतराज नहीं होना चाहिए.
प्रिय @BhagwantMann जी, CMO में शहीद भगत सिंह और बाबा साहेब का चित्र लगाना बहुत प्रशंसनीय है परंतु शेरे पंजाब महाराजा रणजीत सिंह का चित्र हटा कर ना सिर्फ़ आपने इस महान शख़्सियत का बल्कि पूरे पंजाब का अपमान किया है । तुरंत माफ़ी माँगिए और पूरे सम्मान के साथ चित्र वापिस लगाइये । pic.twitter.com/Bfk6WddCb2
— Subhash Sharma (@DrSubhash78) March 17, 2022
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी ने भगवंत मान को निशाने पर लेते हुए ट्वीट किया और आरोप लगाया कि आम आदमी पार्टी आरएसएस के एजेंडे को लागू कर रही है.
उन्होंने ट्वीट करते हुए लिखा है कि, “जो काम RSS/BJP नही कर सकी, वो आम आदमी पार्टी (आप) के संघियों ने कर दिखाया. सिर्फ ‘बापू’ की तस्वीर नही हटाई गयी, संघ के असली एजेंडे को लागू करने की शुरुआत हुई है. भगवंत मान होश में आओ.”
भगत सिंह की तस्वीर पर एक दूसरा विवाद भी सामने आया है.
दरअसल फोटो में भगत सिंह ने जो पगड़ी पहनी है वह बसंती रंग की है. कई शोधकर्ता मान रहे हैं कि यह प्रामाणिक नहीं है बल्कि महज़ एक कल्पना है. शोधकर्ताओं का मानना है कि भगत सिंह ने कभी बसंती या केसरी पगड़ी पहनी ही नहीं.
बता दें कि मुख्यमंत्री भगवंत मान ज्यादातर बसंती पगड़ी में ही नज़र आते हैं और मुख्यमंत्री पद की शपथ भी उन्होंने बसंती पगड़ी पहन कर ही ली थी.
भाजपा के महासचिव सुभाष शर्मा ने कहा कि यहां पहले महाराजा रणजीत सिंह की फोटो लगी थी. उसे हटा दिया गया है. उन्होंने माफी मांगकर तुरंत फोटो वापस लगाने के लिए कहा है.
यूथ कांग्रेस के अध्यक्ष श्रीनिवास बीवी जैसे कई सियासी लोगों का मानना है कि आम आदमी पार्टी आरएसएस का ही एक लिबरल चेहरा है, जो दरअसल संघ के ही एजंडा को लागू करने का काम कर रही है.
श्री निवास बीवी ने खुलकर कहा है कि संघ के असली एजेंडे को लागू करने की शुरुआत अब हो चुकी है.
जो काम RSS/BJP नही कर सकी,
वो AAP के संघियों ने कर दिखाया,सिर्फ 'बापू' की तस्वीर नही हटाई गयी, संघ के असली एजेंडे को लागू करने की शुरुआत हुई है..@BhagwantMann होश में आओ..
— Srinivas BV (@srinivasiyc) March 20, 2022

